दिल को छूने वाली, म्यूजिकल फिल्म है ‘लाखों हैं यहाँ दिलवाले’





रेटिंग ****

मीरा शमीम फिल्म्स के बैनर तले निर्माता निर्देशक मुन्नवर भगत की नई फिल्म लाखों हैं यहाँ दिलवाले इस हफ्ते प्रदर्शित हो रही है। है। दिल को छून वाली और मस्तीभरी म्यूजिकल फिल्म है, यही इस फिल्म की खासियत है। इसमें १९६० के दसक के ग्यारह सदाबहार गाने हैं, जिसकी वजह से यह फिल्म पूरी तरह से मनोरंजक बन गई है। शुरु से अंत तक सहाबहार गानों का नजराना देखने को और सुनने को मिलता है। इन दिनों जो भी हिंदी फिल्में रिलीज हो रही है, इन फिल्मों के मुकाबले यह फिल्म हटके है। साफ शब्दों में कहा जाए तो यह फिल्म पुराने जमाने के ब्लैक-एंड-व्हाइट फिल्मों की याद ताजा करती है।


कहानी कहानी है एक आम इंसान अर्श ( वीजे भाटिया ) की जिसे संगीत बहुत पसंद है और वो भी १९६० दसक के सदाबहार गाने। अपने सपने को पूरा करने वो मुंबई आता है। मुंबई में सड़को पे गाते वक्त उसकी मुलाकात होती है स्वरा (कृतिका गायकवाड़) से। बाद में शो करानेवाले हसमुख (अरुण बक्शी )की मदद से दोनों को पार्टी में गाने का मौका मिलता है। लेकिन किस्मत को कुछ और ही करना था। स्वरा की पिछली ज़िन्दगी का असर अर्श के  गाने और काम पर पड़ता है। विठ्ठल दादा (आदित्य पंचोली )जेल से आता है और दोनों को परेशान करता है। आगे क्या होता है जानने के लिए फिल्म देखनी पड़ेगी। 


एक्टिंग अभिनेता आदित्य पंचोली ने विठ्ठल दादा का किरदार बखूबी के साथ निभाया है। साथ ही न्यूकमर ग्लैमरस जोडी वीजे भाटिया और कृतिका गायकवाड ने अपनी दिलखेच अदाकारी का जलवा दिखाया है। इस जोडी की पहली फिल्म होते हुए भी बहुत ही लाजवाब अभिनय किया है। कृतिका गायकवाड ने जबरदस्त डांस किया है।


फिल्म क्यों देखें पहली खास बात यह है कि यह दिल को छूने वाली, म्यूजिकल फिल्म है। साथ ही पूरी फैमिली एक साथ बैठकर फिल्म देख सकती है, क्योंकि यह फिल्म साफ-सूथरी और मनोरंजक फिल्म है।


कलाकार न्यूकमर ग्लैमरस जोडी वीजे भाटिया और कृतिका गायकवाड़ के साथ आदित्य पंचोली, अरुण बक्शी, अंजू महेंद्रू, किशोरी शहाणे,  सुषमा सुनम श्रीवास्तव


मीडिया पब्लिसिटी - हिमांशु झुनझुनवाला 






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