मधू को अच्छे रोल की तलाश थी, जो फिल्म खलीबली से पूरी हो गई
हेमा मालिनी की भतीजी मधू ने १९९१ में अजय देवगन साथ फिल्म ‘‘फूल और कांटे’’ में अभिनय करते हुए से बॉलीवुड में कदम रखा था, जबकि १९९१ में ही मधू ने दो मलयालम और एक तमिल फिल्म में भी अभिनय किया था। ८ साल पहले प्रदर्शित फिल्म ‘‘लव यू मि.कलाकार’’ में अभिनय करने के बाद फिल्म ‘‘रोजा’’ फेम अभिनेत्री मधू ने अभिनय से दूरी बना ली थी, लेकिन अब वह कमल किशोर मिश्रा निर्मित और मनोज मिश्रा लिखित व निर्देशित हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘‘खली बली’’ से बॉलीवुड में दूसरी बार वापसी की हैं। मधू ने बताया की जब लेखक-निर्देशक मनोज शर्मा मेरे पास आए और कहानी सुनाया, तभी मैंने फ़िल्म करने के लिए हाँ कर दिया था, क्योंकि मुझे स्टोरी पसंद आ गई और रोल भी पसंद आया।
इस फिल्म में किस तरह का रोल है ? इस सवाल के जवाब में मधू कहती है कि मैं इसमें एक ऐसी डॉक्टर बनी हूं, जो यह पता लगा रही हैं कि यह किस चीज की बीमारी हैं और इस चक्कर में खलीबली मच जाती है। अब सिर्फ इतना ही कहूंगी, क्योंकि अंदर की बात बता दी तो स्टोरी खुल जाएगी।
८ साल बाद फिर से एंट्री करने की वजह क्या है ? मधू ने कहा कि मैं काम तो कर रही थी, लेकिन साउथ की फिल्मों में कर रही थी। मुझे अच्छे रोल की तलाश थी, जो खलीबली से पूरी हो गई। मुझे अच्छा रोल मिला और मैंने तुरंत ही यह फिल्म कर ली और अब शूटिंग भी जोरो-शोरो से कर रही हूं।
इस फिल्म में किस तरह का रोल है ? इस सवाल के जवाब में मधू कहती है कि मैं इसमें एक ऐसी डॉक्टर बनी हूं, जो यह पता लगा रही हैं कि यह किस चीज की बीमारी हैं और इस चक्कर में खलीबली मच जाती है। अब सिर्फ इतना ही कहूंगी, क्योंकि अंदर की बात बता दी तो स्टोरी खुल जाएगी।
८ साल बाद फिर से एंट्री करने की वजह क्या है ? मधू ने कहा कि मैं काम तो कर रही थी, लेकिन साउथ की फिल्मों में कर रही थी। मुझे अच्छे रोल की तलाश थी, जो खलीबली से पूरी हो गई। मुझे अच्छा रोल मिला और मैंने तुरंत ही यह फिल्म कर ली और अब शूटिंग भी जोरो-शोरो से कर रही हूं।
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