मुकेश खन्ना से बॉलीवुड मार्केट के संपादक शंकर मराठे ने बातचीत की

बच्चों का प्यारा और मनपसंद शो की बात की जाएं तो ‘शक्तिमान’ का नाम आता है। अब एक बार फिर से ‘शक्तिमान’ ३ डी एनिमेटेड सीरीज के रूप में आ रहा है और इसी सिलसिले में शक्तिमान की मुख्य भूमिका अदा करने वाले मशहूर अभिनेता मुकेश खन्ना से बॉलीवुड मार्केट के संपादक शंकर मराठे ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश –

० ३ डी एनिमेटेड सीरीज ‘शक्तिमान’ का पोस्टर लांच किया जा रहा है, इस बारे में विस्तार से बताइएं ?
-- एक बार फिर "शक्तिमान" को एनिमेटेड सीरीज के रूप में लाया जा रहा है, जिसमें बेशक मुकेश खन्ना की आवाज़ तो होगी ही, इसमें खुद उनकी झलक भी होगी।

० इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए आप तैयार कैसे हो गए ?
- पिछले तीन माह से इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही मैंने इसमें काम करने के लिए हरी झंडी दिखाई है। दिल्ली के स्टूडियो में इसकी शूटिंग होगी और मुझे एनीमेशन करने वाली टीम पर पूरा भरोसा है कि इसे बहुत अच्छे ढंग से बनाया जाएगा।

० ३ डी एनिमेटेड सीरीज ‘शक्तिमान’ में क्या खास चीजें बच्चों को देखने को मिलने वाली है ?
- इसके पहले २ डी शक्तिमान को बिग इनिमेशन पर देखा गया है, जिसके २६ एपिसोड थे और अब यह ३ डी एनिमेटेड में बड़ा इम्पेक्ट होगा। शक्तिमान का आत्मा वहीं होगा, लेकिन आज के आधुनिक युग के अनुसार गैजेट्स, वॉट्अप, गेमिंग, चैटींग जैसे मुद्दों को उजागर किया जाएगा और इन्हीं मुद्दों को हाइलाइट करके इसके दुष्परिणामों के बारे में जागृत किया जाएगा। यह शो बच्चों के साथ-साथ उनके पैरेट्स को भी पसंद आएगा। इस बात पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा, ताकि यह शो पूरा परिवार एक साथ बैठकर देख सकें।

० आज के आधुनिक युग के लिहाज से ‘शक्तिमान’ कितना पावरफुल होगा ?
- इसमें शक्तिमान होगा तो किलविश भी होगा। यह लडाई अंधेरे और उजाले की है। किलविश मरता नहीं, लेकिन आपके मन में पाप है और इस तरह से मिलियन लोगों के मन में पाप की भावना जागृत होते ही किशविश पैदा हो जाता है।

० किलविश का मुकाबला अब शक्तिमान कैसे करेगा ?
- शक्तिमान कभी भी हाथ में गन अथवा एके४७ नहीं लेगा। शक्तिमान के उंगलियों में किरणों की पावर है और इससे ही वह मुकाबला करेगा।

० आप फिल्मों में कम नजर आ रहे है और आज की फिल्म इंडस्ट्री को आप किस नजर से देख रहे हैं ?
- मैं बहुत ही चुजी हूं, इसलिए कम नजर आता हूं। साथ ही मैंने महाभारत सीरियल करने से पहले बतौर हीरो के रूप में शुरुआत की थी, तब भी बॉलीवुड़ की पार्टीयों में जाता नहीं था और अब भी नहीं जाता हूं, क्योंकि शराब नहीं पीता, इसलिए बॉलीवुड़ को मैं पसंद नहीं हुं। साथ ही आज बॉलीवुड़ का रंग-रुप पूरी तरह से बदल गया है और ज्यादा ही ग्लैमरस हो गया है। उनके काम करने का तरीका बदल गया है। आज के कलाकार अपना शॉट खत्म होते ही मोबाइल पर व्यस्त हो जाते है और उनके पास अपने साथी कलाकार का काम देखने के लिए भी वक्त नहीं होता है। बॉलीवुड़ की फिल्मों में अनुशासन नहीं है, लेकिन साउथ की फिल्मों में अनुशासन नजर आता है।

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