फिल्म प्रोड्युसर जगबीर दहिया ने किया मुंबई के पुलिस वालों को करोना से बचाव के लिए मास्क ,ग्लोव्स और सेनेटाइजर का वितरण
देशभर में कोरोना महामारी और फिर लॉक डॉउन ने जीवन अस्त व्यस्त करके रख दिया है। इंसानों पर आईं इस मुसीबत के समय में कुछ अच्छा दिल रखने वाले भी मौजूद हैं जो समाज सेवा और मानव सेवा को अपना धर्म मानते हैं। एक ऐसे ही नेक दिल इंसान हैं जगबीर दहिया जो कई फिल्मों के निर्माता, निर्देशक हैं मगर अपने दिल में ज़रूरतमंदों की सहायता करने का ज़ज़्बा रखते हैं। हरियाणा से 25 घंटे ड्राइव करके वह मुंबई आए और मुंबई पुलिस को पीपीई किट यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स दिए। जगबीर दहिया को पुलिस वालों को यह किट्स देने का विचार कैसे आया, इसपर उन्होंने कहा "देखिए इस करोना काल मेे डॉक्टर्स को तो अस्पताल और सरकार की ओर से यह सुविधाएं दी जाती है, मुंबई पुलिस को भी सेफ्टी किट्स मुहैय्या करवाना उतना ही जरूरी है जितना डॉक्टर्स को। मुंबई पुलिस भी तो करोना योद्धा बनकर हालात से लड़ रही है। पुलिस वाले बहुत से लोगों के संपर्क में आते हैं, करोना संक्रमित इलाकों में जाते हैं। उनको भी वैसी ही सेफ्टी किट्स मुहैय्या कराने के लिए मेरे दिमाग में आइडिया आया। उनको भी मास्क, ग्लोव्स, गाउन, फेस शील्ड, आई प्रोटेक्टर, गोगल्स, हेड कवर और हैंड सैनिटाइजर की उतनी ही आवश्यकता होती है जितनी डॉक्टर्स को, और मुझे महसूस हुआ कि उन्हें मै यह सारी चीज़ें दूं।"
आपको बता दें कि कई फिल्में, टीवी शोज, म्यूज़िक वीडियो बनाने वाले जगबीर दहिया की बतौर निर्माता निर्देशक पिछली फिल्म काफी चर्चा में थी। पूनम पांडे और शक्ति कपूर के अभिनय से सजी इस फिल्म का नाम था 'द जर्नी ऑफ कर्मा'। मुंबई पुलिस को पी पी ई किट्स देने के लिए जगबीर दहिया खास तौर पर हरियाणा से मुंबई गाड़ी से आए। और मुंबई मेे ज़ोन 9 (बांद्रा), ज़ोन 7 (मुलुंड) और मलाड सहित मुंबई की चार अलग अलग जगहों पर पुलिस वालों को पी पी ई किट्स बांटी। उन्होंने 20 हजार फेस मास्कस, 100 पी पी ई किट्स और हैंड ग्लोव्स के साथ साथ हैंड सैनिटाइजर भी दिए।
उललेखनीय है कि जगबीर दहिया ने गायक सुखविंदर सिंह को एक्टिंग मेे पहली बार अपनी फिल्म खुदी को कर बुलंद इतना के ज़रिए ब्रेक दिया था। जगबीर दहिया समाज सेवा के मकसद से और भी कई कार्य कर रहे हैं। जिस दिन से लॉक डॉउन का ऐलान हुआ है तबसे लेकर जब तक लॉक डॉउन रहेगा वह हरियाणा के 378 गरीब परिवार को रोज़ खाना खिला रहे हैं। मतलब लगभग १५०० लोगों को डेली भोजन का इंतजाम कर रहे हैं। उनके दिल में समाज सेवा की भावना है। मानवता की सेवा करने का जज्बा है। उन्होंने पहले भी कई अनाथ बच्चो की शादियां करवाई हैं। मुंबई में अपनी पिछली फिल्म द जर्नी ऑफ कर्मा की रिलीज़ के समय उन्होंने महिलाओं की मदद की थी।
और अब कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए उन्होंने मुंबई पुलिस को PPE Kits देकर एक बड़ी पहल की है, जबकि मुंबई और महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले हैं। पीपीई किट यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स ऐसे सामान होते हैं जिससे संक्रमण से खुद को बचाने में मदद मिलती है।
जगबीर दहिया का कहना है कि कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बीमारी है इसलिए इससे बचने के लिए मास्क और ग्लोव्स पहनना बहुत जरूरी है, बार-बार साबुन से हाथ साफ करना और लोगों से दूरी बनाकर रहना भी जरूरी है। कोरोना के विरूद्ध लगे पुलिस वालों को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई किट्स जरूरी हैं। इस का मकसद है मरीज से वायरस दूसरे लोगों में ना फैल जाए।
आपको बता दें कि कई फिल्में, टीवी शोज, म्यूज़िक वीडियो बनाने वाले जगबीर दहिया की बतौर निर्माता निर्देशक पिछली फिल्म काफी चर्चा में थी। पूनम पांडे और शक्ति कपूर के अभिनय से सजी इस फिल्म का नाम था 'द जर्नी ऑफ कर्मा'। मुंबई पुलिस को पी पी ई किट्स देने के लिए जगबीर दहिया खास तौर पर हरियाणा से मुंबई गाड़ी से आए। और मुंबई मेे ज़ोन 9 (बांद्रा), ज़ोन 7 (मुलुंड) और मलाड सहित मुंबई की चार अलग अलग जगहों पर पुलिस वालों को पी पी ई किट्स बांटी। उन्होंने 20 हजार फेस मास्कस, 100 पी पी ई किट्स और हैंड ग्लोव्स के साथ साथ हैंड सैनिटाइजर भी दिए।
उललेखनीय है कि जगबीर दहिया ने गायक सुखविंदर सिंह को एक्टिंग मेे पहली बार अपनी फिल्म खुदी को कर बुलंद इतना के ज़रिए ब्रेक दिया था। जगबीर दहिया समाज सेवा के मकसद से और भी कई कार्य कर रहे हैं। जिस दिन से लॉक डॉउन का ऐलान हुआ है तबसे लेकर जब तक लॉक डॉउन रहेगा वह हरियाणा के 378 गरीब परिवार को रोज़ खाना खिला रहे हैं। मतलब लगभग १५०० लोगों को डेली भोजन का इंतजाम कर रहे हैं। उनके दिल में समाज सेवा की भावना है। मानवता की सेवा करने का जज्बा है। उन्होंने पहले भी कई अनाथ बच्चो की शादियां करवाई हैं। मुंबई में अपनी पिछली फिल्म द जर्नी ऑफ कर्मा की रिलीज़ के समय उन्होंने महिलाओं की मदद की थी।
और अब कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए उन्होंने मुंबई पुलिस को PPE Kits देकर एक बड़ी पहल की है, जबकि मुंबई और महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले हैं। पीपीई किट यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स ऐसे सामान होते हैं जिससे संक्रमण से खुद को बचाने में मदद मिलती है।
जगबीर दहिया का कहना है कि कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बीमारी है इसलिए इससे बचने के लिए मास्क और ग्लोव्स पहनना बहुत जरूरी है, बार-बार साबुन से हाथ साफ करना और लोगों से दूरी बनाकर रहना भी जरूरी है। कोरोना के विरूद्ध लगे पुलिस वालों को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई किट्स जरूरी हैं। इस का मकसद है मरीज से वायरस दूसरे लोगों में ना फैल जाए।
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