मानव प्लास्टिक का गुलाम

 प्लास्टिक के बिना मानव जाती का जीवन अधूरा है.

सुबह होते ही प्लास्टिक के ब्रश से दातों को साफ करता है, फिर बाद में प्लास्टिक के बकेट में प्लास्टिक के मग से नहाता है. चाय के लिए प्लास्टिक के बैग में दूध लाता है और इतना ही नहीं तो दिन भर में कई बार प्लास्टिक के बोटल से पानी पीता है. इसी तरह मानव जाती का प्लास्टिक के चीजों का गुलाम बन गया है.
लेखक - शंकर मराठे

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