३ मई को मिलेगा बॉलीवुड के सबसे बड़े विलेन प्राण को दादासाहब फाल्के एवार्ड
भारतीय सिनेमा को सौ साल
पूरे होने पर ९३ साल की उम्र में चरित्र अभिनेता प्राण को दादासाहब फाल्के
पुरस्कार ३ मई को दिया जाएगा। फिल्म 'यमला जट' के जरिए अभिनय की दुनिया में प्रवेश करने वाले प्राण
शुरुआती दौर में लाहौर में फोटोग्राफी किया करते थे। बॉलीवुड के जानकार कहते है कि साठ और सत्तर का दशक प्राणवान था, क्योंकि फिल्म वही सफल होती, जिसमें प्राण हों। इतना ही नहीं, तो हर सफल फिल्म की कहानी में प्राण होना अनिवार्य था। मधुमती, जिद्दी, राम और श्याम, उपकार, नसीब, जंजीर जैसी कई फिल्मों में प्राण साहब ने अपनी भूमिकाओं
में सही मायने में जान ही डाल दी थी। इतना ही नहीं तो फिल्म बॉबी के लिए प्राण
साहब ने सिर्फ १ रुपया ही फीस ली थी। प्राण ने हिंदी और पंजाबी फिल्मों के अलावा बंगाली
फिल्मों में भी काम किया है।
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